अगर आप भी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। तो फिर Bihar STET 2025 आपके लिए एक सुनहरा मौका लाया है। अगर आप STET परीक्षा पास करना चाहते हैं तो आप बिहार के सरकारी स्कूल में शिक्षक बन सकते हैं। तो इसके लिए आपकी सिर्फ इच्छा काम नहीं आएगी, इसके लिए काम आएगी आपका सच्चा समर्पण और सही दिशा में आपकी मेहनत। आइए हम आपको Bihar STET के सिलेबस के बारे में बताते हैं कि आप इसकी कैसी तैयारी करें ताकि आपका सारा सिलेबस पूरा हो जाए।
आइए पहले जानते हैं कि बिहार एसटीईटी 2025 क्या है।
Bihar STET (माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा) है। इसका आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) के द्वारा किया जाता है। ये परीक्षा दो अलग-अलग स्तरों पर होती है:
- पेपर 1: कक्षा 9 से 10 के लिए शिक्षक पद
- पेपर 2: कक्षा 11 से 12 के लिए शिक्षक पद
दोनों पेपरों में सभी विषयों के प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा ऑनलाइन मोड से सीबीटी पैटर्न पर निर्भर होता है।
कृपया ध्यान दें कि आप पेपर 1 या पेपर 2 या दोनों के लिए आवेदन कर सकते हैं
पेपर 1 और पेपर 2 के लिए पात्रता:
• संबंधित विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक की डिग्री।
• मान्यता प्राप्त संस्थान से बी.एड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) की डिग्री पूरी की हो।
• बिहार का नागरिक होना चाहिए।
• आयु सीमा 21 से 47 वर्ष (नियम और शर्तें लागू)
हर पेपर के 2 सेक्शन होते हैं।
पेपर 1 (कक्षा 9-10) के लिए
1. विषय-विशिष्ट प्रश्न:
a. स्तर: स्नातक स्तर
b. विषय: हिंदी, अंग्रेजी, मैथिली, संस्कृत, उर्दू, बंगाली, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, शारीरिक शिक्षा, संगीत, ललित कला, नृत्य, विशेष शिक्षा आदि।
2. शिक्षण कला और कौशल (शिक्षण कला और कौशल)
इसमें शिक्षण पद्धति, बाल मनोविज्ञान, कक्षा प्रबंधन आदि से संबंधित प्रश्न होते हैं।
पेपर 2 के लिए (कक्षा 11-12)
- विषय आधारित प्रश्न (Subject Specific Questions)
- स्तर: स्नातकोत्तर स्तर का
- विषय: भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, वाणिज्य, कंप्यूटर साइंस, कृषि, संगीत, गृह विज्ञान आदि।
- शिक्षण कला और कौशल (Teaching Arts & Skills)
- यह सेक्शन शिक्षण की बुनियादी समझ और कौशल को परखता है।
जाने इस बार पुराने पेपर के आधार पर क्या बदला है
इस बार BSEP ने STET परीक्षा में पिछले साल के बदले कुछ जटिल बदलाव किए हैं। इन बदलावों से ये साफ होता है कि अब रत्ने वाली विद्या काम नहीं आएगी। उम्मीदवारों को अब हर विषय और अध्याय की गहरी जानकारी रखनी होगी।
आइए तुलना करते हैं कि पिछले साल से इस साल क्या बदलाव आया है।
विषय | पुराने सिलेबस में | 2025 सिलेबस में बदलाव |
Art of Teaching (Pedagogy) | Bloom’s Taxonomy, Microteaching | अब lesson planning और classroom evaluation पर ज्यादा फोकस |
General Knowledge | Static GK, National Affairs | अब Bihar-specific current affairs शामिल किए गए हैं |
Environmental Science | Basic concepts | अब climate change और sustainability पर प्रश्न संभव |
Logical Reasoning and Aptitude | Analogies, Series | अब puzzles और real-life problem-solving पर जोर |
Subject Knowledge | Graduation level basics | अब syllabus में depth बढ़ाई गई है, खासकर Paper 2 में |
Bihar STET 2025 पाठ्यक्रम की व्याख्या: जानें किस विषय में क्या पढ़ना है।
आइए जानें कि उम्मीदवारों को किस विषय में क्या पढ़ना है:
1. हिंदी
- व्याकरण: संधि, समास, अलंकार, रस, छंद
- गद्य और पद्य: प्रसिद्ध लेखक और कवियों की रचनाएं
- अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न
2. अंग्रेज़ी
- Grammar: Tenses, Prepositions, Conjunctions
- Reading Comprehension
- Vocabulary: Synonyms, Antonyms
- Writing Skills: Essay, Letter
3. गणित
- अंकगणित: प्रतिशत, लाभ-हानि, अनुपात
- रेखागणित: त्रिभुज, चतुर्भुज, वृत्त
- सांख्यिकी: डेटा विश्लेषण, ग्राफ
- त्रिकोणमिति और बीजगणित
4. विज्ञान
- भौतिकी: गति, बल, ऊर्जा
- रसायन: तत्वों की आवर्त सारणी, रासायनिक अभिक्रियाएं
- जीवविज्ञान: कोशिका, पाचन तंत्र, प्रजनन
- पर्यावरण विज्ञान: प्रदूषण, पारिस्थितिकी
5. सामाजिक विज्ञान
- इतिहास: भारत का स्वतंत्रता संग्राम, मौर्य और गुप्त काल
- भूगोल: भारत का भौगोलिक स्वरूप, जलवायु
- राजनीति विज्ञान: संविधान, लोकतंत्र
- अर्थशास्त्र: मांग और आपूर्ति, बजट
6. शिक्षण की कला
- शिक्षण विधियाँ: पारंपरिक और आधुनिक
- पाठ योजना: उद्देश्य, प्रारूप
- मूल्यांकन और आकलन की तकनीकें
- कक्षा प्रबंधन और शिक्षक के गुण
7. तार्किक तर्क
- कोडिंग-डिकोडिंग
- रक्त संबंध
- दिशा ज्ञान
- संख्या श्रृंखला
8. अन्य भाषाएं
यदि आप उर्दू, संस्कृत, मैथिली, बंगाली, अरबी, फारसी या भोजपुरी जैसे भाषाई विषयों के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आपको उस भाषा की व्याकरण, साहित्य और संप्रेषण कौशल पर ध्यान देना होगा।
जानिए किन टॉपिक्स पर मुख्य फोकस करना चाहिए
1. विषय विशेष (Subject-Specific Topics)
यह सेक्शन सबसे ज्यादा वेटेज वाला है—100 अंक। अगर आप मैथ्स, साइंस, हिंदी, इंग्लिश या कोई अन्य विषय चुनते हैं, तो आपको उस विषय की गहराई से तैयारी करनी होगी। पेपर 1 में विषय कक्षा 9–10 स्तर के होते हैं, जबकि पेपर 2 में विषय ग्रेजुएशन स्तर तक जाते हैं।
टॉपिक्स पर फोकस कैसे करें:
- NCERT की किताबें: ये आपकी बेसिक समझ को मजबूत करेंगी।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र: इससे आपको प्रश्नों के पैटर्न का अंदाजा मिलेगा।
- टॉपिक वाइज रिवीजन: हर विषय को छोटे-छोटे टॉपिक्स में बांटकर पढ़ें।
2. Art of Teaching (Pedagogy)
यह सेक्शन 30 अंकों का होता है और अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। लेकिन यह आपकी टीचिंग स्किल्स को परखता है।
फोकस टॉपिक्स:
- शिक्षण विधियाँ (Teaching Methods)
- पाठ योजना (Lesson Planning)
- मूल्यांकन रणनीतियाँ (Assessment Strategies)
- Bloom’s Taxonomy
- माइक्रो टीचिंग और क्लासरूम मैनेजमेंट
टिप: Pedagogy को रटने की बजाय समझने की कोशिश करें। इससे आप प्रश्नों को बेहतर तरीके से हल कर पाएंगे।
3. General Knowledge & Environmental Science
यह सेक्शन 10 अंकों का होता है, लेकिन इसमें स्कोर करना आसान होता है अगर आप नियमित रूप से करंट अफेयर्स और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को पढ़ते हैं।
फोकस टॉपिक्स:
- बिहार राज्य से संबंधित GK
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति
- पर्यावरणीय समस्याएं और समाधान
- जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता
टिप: रोज़ाना न्यूज़पेपर पढ़ें और बिहार से संबंधित घटनाओं पर विशेष ध्यान दें।
4. Mathematical Aptitude & Logical Reasoning
यह सेक्शन 10 अंकों का होता है और इसमें बेसिक गणितीय कौशल और लॉजिकल सोच की जांच होती है।
फोकस टॉपिक्स:
- संख्या प्रणाली
- प्रतिशत, लाभ-हानि
- पजल्स, एनालॉजी, सीक्वेंस
- डायग्राम आधारित प्रश्न
तैयारी कैसे करें?
अब जब आपको सिलेबस का पूरा ज्ञान है और ये भी पता है कि किन टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करना है तो अब हम जानेंगे कि हम तयारी कैसे करें:
1. सिलेबस को पढ़ें और प्रिंट करें
अपने सिलेबस का प्रिंट आउट अपने स्टडी टेबल के सामने पेस्ट कर दे ताकि आपको आपका सिलेबस भी याद रहे साथ ही आप उसका ट्रैक भी बना सकें।
2. समय सारणी
हर दिन के लिए अपना टाइम टेबल सेट कर लें।
3. मॉक टेस्ट
ऑनलाइन मॉक टेस्ट से आपको परीक्षा का अनुभव और समय प्रबंधन की कला भी आएगी।
4. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें
पिछले 3 साल में जो भी सवाल पूछे गए हैं उसकी प्रैक्टिस जरूर कर ले।
5. नोट्स नोट्स
महत्वपूर्ण नोट्स को नोट करें ताकि उसका रिवीजन आप एक बार परीक्षा के पहले कर सकें।
आइए अब जानते हैं कि बिहार एसटीईटी 2025 की मार्किंग कैसे होती है।
समय सीमा: 2.5 घंटे (150 मिनट
प्रश्नों की संख्या: प्रत्येक पेपर में कुल 150 प्रश्न होते हैं।
प्रत्येक प्रश्न का अंक: 1 अंक
कुल अंक: 150
प्रश्नों का प्रकार: बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
नकारात्मक अंकन: नहीं है! यानी गलत उत्तर पर कोई अंक नहीं कटेगा।
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